Hisar Raipur Dhani News, A dispute has arisen over the post of Sarpanch in Raipur Dhani village of Haryana’s Hisar district. The villagers allege that a conspiracy was hatched to save the suspended Sarpanch of the village and the charge of Sarpanch was handed over to a Panch close to him.
रायपुर ढाणी: हरियाणा के हिसार जिले के गांव रायपुर ढाणी में सरपंच पद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के निलंबित सरपंच को बचाने के लिए साजिश रची गई और उसके करीबी पंच को सरपंच का चार्ज सौंप दिया गया। इसे लेकर गांव के पंचों और ग्रामीणों ने डीसी को शिकायत पत्र सौंपते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।
क्या है मामला
गांव रायपुर ढाणी के पूर्व सरपंच मदन को 29 जनवरी 2025 को निलंबित कर दिया गया था। डीसी के आदेश पर यह कार्रवाई की गई थी। इसके बाद, गांव का नया सरपंच चुनने के लिए 18 मार्च को हिसार बीडीपीओ कार्यालय में सभी पंचों को बुलाया गया था। ग्रामीणों को उम्मीद थी कि चुनाव निष्पक्ष तरीके से होगा और बहुमत के आधार पर नया सरपंच चुना जाएगा।
गड़बड़ी का आरोप
गांव के पंचों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्हें सुबह 10 बजे बीडीपीओ कार्यालय बुलाया गया था। लेकिन जब वे पौने दस बजे कार्यालय पहुंचे, तो उन्हें बताया गया कि सरपंच का चुनाव पहले ही कर लिया गया है।
गांव के सभी 9 पंचों में से 5 पंच साधुराम के पक्ष में थे और उन्हें ही नया सरपंच बनाया जाना था। लेकिन अधिकारियों की मिलीभगत से विक्रम को सरपंच बना दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि एक पंच को गुमराह कर धोखे से यह काम किया गया है।
ग्रामीणों का विरोध
इस पूरे मामले से नाराज पंचों और ग्रामीणों ने डीसी को शिकायत पत्र सौंपा और मांग की कि बहुमत वाले पंच को ही सरपंच पद की जिम्मेदारी सौंपी जाए। उनका कहना है कि यह लोकतंत्र का अपमान है और यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आंदोलन करने के लिए तैयार हैं।

न्याय की मांग
इस विरोध प्रदर्शन में पंच रमेश, रोहताश, पूजा, शकुंतला और पूनम भी शामिल रहे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में बहुमत का सम्मान होना चाहिए, लेकिन इस मामले में पारदर्शिता नहीं बरती गई। ग्रामीण चाहते हैं कि इस पूरे घटनाक्रम की जांच हो और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
प्रशासन की जिम्मेदारी
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को निष्पक्ष भूमिका निभानी चाहिए और किसी भी तरह की गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। सरपंच पद का चुनाव निष्पक्ष तरीके से किया जाना चाहिए, ताकि गांव में विकास कार्य सही ढंग से हो सकें। अगर गलत तरीके से चुनाव हुआ है, तो इसे दोबारा करवाया जाना चाहिए।
गांव में बढ़ रही नाराजगी
इस घटना के बाद गांव के लोगों में काफी रोष है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उनकी शिकायत पर उचित कार्रवाई नहीं होती, तब तक वे चुप नहीं बैठेंगे। वे इस मामले को प्रशासन के उच्च अधिकारियों तक भी ले जाने की योजना बना रहे हैं। पंचायत चुनाव में पारदर्शिता बेहद जरूरी है, ताकि गांव का विकास सही दिशा में हो सके और लोगों का लोकतांत्रिक प्रणाली पर विश्वास बना रहे।
निष्कर्ष
गांव रायपुर ढाणी में सरपंच पद को लेकर जो विवाद हुआ है, उसने ग्रामीणों को नाराज कर दिया है। उनका मानना है कि इस चुनाव में पारदर्शिता नहीं थी और अधिकारियों ने मिलीभगत कर गलत निर्णय लिया है। अब प्रशासन पर जिम्मेदारी है कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच कर सही फैसला ले, ताकि ग्रामीणों का लोकतंत्र पर भरोसा बना रहे। यह मामला सिर्फ एक गांव का नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक ढांचे की पारदर्शिता और निष्पक्षता का सवाल है।