Hisar News Today, The government has received a revenue of Rs 792.99 crore from GST (Goods and Services Tax) in the district in the first 9 months of this financial year and this figure is more than the entire year of the last financial year 2023-24, when a revenue of Rs 681.36 crore was received from the district. There are still three months left for the financial year to end
हिसार: हिसार जिले में G.S.T (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) से इस वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में सरकार को 792.99 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है और यह आंकड़ा पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 के पूरे साल के मुकाबले ज्यादा है, जब जिले से 681.36 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था। अभी वित्तीय वर्ष खत्म होने में तीन महीने बाकी हैं, जिसे आप यह बिल्कुल साफ है कि इस साल G.S.T के अंदर इजाफा होगा और ज्यादा G.S.T प्राप्त होगा।
राजस्व में बढ़ोतरी का रिकॉर्ड
जिले के अधिकारियों का कहना है कि इस बार जीएसटी संग्रह ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 31 दिसंबर 2024 तक, स्टेट जीएसटी के माध्यम से 314.09 करोड़ रुपये और सेंट्रल जीएसटी से 478.90 करोड़ रुपये का राजस्व जुटाया गया। स्टेट जीएसटी और केंद्रीय जीएसटी का कुल मिलाकर 792.99 करोड रुपए का राजस्व जमा किया गया है जो की अभी तक का किसी भी वित्त वर्ष का सबसे अधिक सबसे अधिक राजस्व जमा किया गया।
पिछले वित्तीय वर्ष में स्टेट जीएसटी से 330.70 करोड़ रुपये और सेंट्रल जीएसटी से 350.66 करोड़ रुपये G.S.T जमा हुआ था।
जिले में कितने व्यापारी जुड़े हैं जीएसटी से?
हिसार में कुल 26,727 व्यापारी ऐसे हैं, जिनके पास जीएसटी पहचान नंबर है। इनमें से 15,332 व्यापारी स्टेट जीएसटी कार्यालय के अंदर आते हैं। 11,395 व्यापारी सेंट्रल जीएसटी कार्यालय के तहत जुड़े हुए हैं।
जीएसटी क्या है?
जीएसटी एक अप्रत्यक्ष कर प्रणाली है, जिसे भारत में 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया था। इसका उद्देश्य देश में विभिन्न प्रकार के करों को एकीकृत कर एक सरल और पारदर्शी प्रणाली स्थापित करना है। डेस्टिनेशन आधारित कर: यह कर उस स्थान पर लागू होता है जहां वस्तुओं या सेवाओं की खपत होती है।
जीएसटी पहचान नंबर: जिन व्यापारियों की वार्षिक आय 20 लाख रुपये से अधिक है, उनके लिए जीएसटी पहचान नंबर लेना अनिवार्य है।
बढ़ते राजस्व के कारण
राजस्व में इस बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं:
1. डिजिटल लेन-देन का बढ़ना: व्यापारियों और उपभोक्ताओं के बीच डिजिटल माध्यम से भुगतान में वृद्धि हुई है।
2. व्यापारिक गतिविधियों में तेजी: जिले में व्यापार में सुधार और नई कंपनियों का जुड़ना।
3. सरकारी प्रोत्साहन: अधिकारियों ने व्यापारियों को समय पर जीएसटी फाइल करने और प्रक्रियाओं को आसान बनाने में मदद की है।
व्यापारियों का अनुभव
हिसार के व्यापारियों का कहना है कि शुरुआती दिनों में जीएसटी प्रणाली को समझने में दिक्कतें आई थीं, लेकिन अब यह काफी आसान हो गया है। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, “पहले टैक्स प्रणाली जटिल थी, लेकिन जीएसटी ने इसे सरल बना दिया है। अब हम सभी चीजें ऑनलाइन करते हैं।”
सरकारी अधिकारियों का बयान
स्टेट और सेंट्रल जीएसटी अधिकारियों का कहना है कि जिले में जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी के पीछे व्यापारियों का सही समय पर रिटर्न फाइल करना एक बड़ा कारण है।
– एक अधिकारी ने बताया, “हमने व्यापारियों को जागरूक करने और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए कई शिविर आयोजित किए हैं।”
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भविष्य की संभावनाएं
अगर जीएसटी संग्रहण की यही रफ्तार बनी रही, तो हिसार जिले का राजस्व इस साल 1000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है। यह न केवल सरकार के लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी, बल्कि जिले में आर्थिक गतिविधियों की मजबूती को भी दर्शाएगा।
जीएसटी ने देश की कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाने में अहम भूमिका निभाई है। हिसार जैसे जिले इसमें उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। व्यापारियों और सरकार के बीच समन्वय से राजस्व संग्रहण में और वृद्धि की संभावना है।