Hisar News: In a serious rape case, the Special Investigation Team (SIT) questioned BJP leader Mandeep Malik and property dealer Pradeep Sehrawat thoroughly. The SIT probing the case also called the victim and recorded statements of all the parties.
हिसार, 29 मार्च: दुष्कर्म के एक गंभीर मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने भाजपा नेता मनदीप मलिक और प्रॉपर्टी डीलर प्रदीप सहरावत से गहन पूछताछ की। इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने पीड़िता को भी बुलाया और सभी पक्षों के बयान दर्ज किए। हाईकोर्ट के आदेश के बाद बनाई गई इस विशेष जांच टीम को अगले 10 दिनों में अपनी रिपोर्ट तैयार करनी है, जिसे पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में पेश किया जाएगा।
एसआईटी कर रही सभी पहलुओं की जांच
एसआईटी के हेड एएसपी प्रतीक गहलोत ने बताया कि मामले की पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है और कोई भी तथ्य अनदेखा नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा,
“हम हर कोण से जांच कर रहे हैं। आरोपी मनदीप मलिक और प्रदीप सहरावत से भी पूछताछ की गई है। सभी जरूरी सबूतों को ध्यान में रखते हुए एसआईटी रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसे अप्रैल में कोर्ट में पेश किया जाएगा।”
दो दिन पहले आरोपियों की मेडिकल जांच भी करवाई गई थी, जिससे जांच में वैज्ञानिक आधार पर साक्ष्य जुटाए जा सकें।
क्या है पूरा मामला?
यह मामला 22 अक्टूबर 2024 को उस समय दर्ज हुआ, जब एक युवती ने भाजपा नेता मनदीप मलिक और प्रॉपर्टी डीलर प्रदीप सहरावत पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता का आरोप था कि उसे होटल में बुलाकर कोल्ड ड्रिंक में नशा मिलाया गया और फिर उसके साथ दुष्कर्म किया गया।
पुलिस ने युवती की शिकायत पर तुरंत मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू की। लेकिन बाद में, 3 फरवरी 2025 को पुलिस ने हिसार कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट दाखिल कर दी। पुलिस का कहना था कि जांच के दौरान पीड़िता द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोपों के कोई ठोस सबूत नहीं मिले।
हाईकोर्ट में पहुंचा मामला
जब पुलिस ने केस को बंद करने की रिपोर्ट दी, तो पीड़िता ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर दी। इस पर पहली सुनवाई 14 फरवरी को हुई, जिसमें अदालत ने मामले की गहराई से जांच के आदेश दिए।
इसके बाद, 5 मार्च को हुई सुनवाई में हाईकोर्ट ने हिसार पुलिस को फटकार लगाई और एसपी शशांक कुमार को मामले की सही जांच करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने आदेश दिया कि एएसपी प्रतीक गहलोत के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) बनाई जाए, जो चार सप्ताह के भीतर अपनी रिपोर्ट तैयार कर कोर्ट में पेश करेगी।
एसआईटी की रिपोर्ट से तय होगी केस की दिशा
एसआईटी इस मामले की जांच में जुटी हुई है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर अपनी रिपोर्ट तैयार कर रही है।
– पुलिस का दावा है कि पहले जांच में आरोपों के कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले थे।
– पीड़िता का कहना है कि उसे न्याय चाहिए और एसआईटी की निष्पक्ष जांच से सच्चाई सामने आनी चाहिए।
– आरोपी पक्ष का कहना है कि यह मामला झूठा है और उन्हें फंसाया गया है।
होटल से जुटाए जा रहे सबूत
एसआईटी ने उस होटल से भी जानकारी जुटानी शुरू कर दी है, जहां घटना होने का दावा किया गया था। होटल स्टाफ से पूछताछ की जा रही है, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और उस दिन की बुकिंग डिटेल्स भी खंगाली जा रही हैं।
जनता में केस को लेकर बहस
यह मामला अब आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
– कुछ लोग मानते हैं कि अगर कोई आरोपी प्रभावशाली होता है, तो जांच में गड़बड़ी हो सकती है।
– कुछ लोगों का मानना है कि झूठे केस दर्ज करवाकर नेताओं और बिजनेसमैन को फंसाने की कोशिशें भी होती हैं।
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आगे क्या होगा?
अब सबकी नजरें एसआईटी की रिपोर्ट पर टिकी हैं, जो अगले 10 दिनों में तैयार होनी है। रिपोर्ट के बाद ही तय होगा कि क्या यह मामला आगे बढ़ेगा या फिर आरोपियों को क्लीन चिट मिल जाएगी।
पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय अप्रैल 2025 में इस रिपोर्ट पर सुनवाई करेगा और उसी के आधार पर अगला फैसला लिया जाएगा। फिलहाल, पुलिस और एसआईटी इस मामले की निष्पक्ष जांच में जुटी हुई है।