Hisar Hansi News: A businessman from Hansi in Haryana’s Hisar district offered a crown of 1.25 kg gold to Baba Khatu Shyam temple in Rajasthan. The price of this crown is said to be around Rs 1.10 crore. The special thing is that this crown is made of 24 carat pure gold.
हिसार। हरियाणा के हिसार जिले के हांसी के एक व्यापारी ने राजस्थान स्थित बाबा खाटू श्याम मंदिर में सवा किलो सोने का मुकुट चढ़ाया। इस मुकुट की कीमत करीब 1.10 करोड़ रुपये बताई जा रही है। खास बात यह है कि यह मुकुट 24 कैरेट शुद्ध सोने से तैयार किया गया है।
व्यापारी ने गुप्त रखा अपना नाम
हांसी के इस व्यापारी ने अपना नाम उजागर करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह उनकी श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है और वे इसे किसी दिखावे के लिए नहीं करना चाहते। हांसी में बाबा खाटू श्याम की बहुत गहरी आस्था है और यहां के भक्त हर साल बड़ी संख्या में राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर के दर्शन करने जाते हैं।
हांसी को कहते हैं ‘मिनी खाटू नगरी’
हांसी को ‘मिनी खाटू नगरी’ भी कहा जाता है। यहां बाबा श्याम के प्रति लोगों की आस्था इतनी अधिक है कि हर साल बड़े आयोजन किए जाते हैं। खासकर श्याम बाबा के वार्षिक महोत्सव में लक्ष्मी श्रृंगार बहुत प्रसिद्ध है। इस दौरान नोटों की माला से बाबा का विशेष श्रृंगार किया जाता है।
यह श्रृंगार देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी चर्चा का विषय बनता है। लाखों रुपये की नोटों की मालाएं बनाकर बाबा के चरणों में अर्पित की जाती हैं। भक्त दूर-दूर से इस आयोजन में शामिल होने आते हैं।
हांसी में बना 50 लाख का तोरण द्वार
हांसी में बाबा श्याम के भक्तों ने मिलकर 50 लाख रुपये की लागत से खाटू श्याम की तरह ही एक तोरण द्वार का निर्माण करवाया है। यह तोरण द्वार श्याम मंदिर के पास, जींद चौक पर स्थित है।
इस तोरण द्वार की ऊंचाई करीब 22 फीट है और इसे राजस्थान के धौलपुर पत्थर से तैयार किया गया है। यह द्वार श्याम भक्तों की विशेष मांग पर बनाया गया। इसमें बड़े-बड़े अक्षरों में ‘श्री श्याम देवाय नम:’ लिखा हुआ है और इसकी सुंदरता को बढ़ाने के लिए विशेष लाइटिंग का भी इस्तेमाल किया गया है।
हर साल होता है बड़ा आयोजन
हांसी में हर साल बाबा श्याम का भव्य आयोजन किया जाता है। इस आयोजन में देशभर से भक्त आते हैं और बाबा के दरबार में हाजिरी लगाते हैं। इस अवसर पर विशेष भजन संध्या, कीर्तन और भव्य झांकी सजाई जाती है।
श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाता है। इस दौरान भक्त ‘हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा’ के जयकारे लगाते हैं और पूरे माहौल को भक्तिमय बना देते हैं।
बाबा श्याम के प्रति अटूट आस्था
हांसी के लोगों की बाबा श्याम के प्रति गहरी श्रद्धा है। यहां के भक्तों का मानना है कि जो भी सच्चे मन से बाबा को याद करता है, उसकी हर मनोकामना पूरी होती है।
यही कारण है कि हर साल हजारों भक्त राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर के दर्शन करने जाते हैं। वहां विशेष भजन-कीर्तन और सेवा कार्यों में भाग लेते हैं।
आस्था के प्रतीक बने व्यापारी
जिस व्यापारी ने बाबा श्याम को सवा किलो सोने का मुकुट चढ़ाया, वह आज भले ही गुमनाम रहना चाहते हों, लेकिन उनकी भक्ति और श्रद्धा सभी के लिए प्रेरणादायक है।
भक्तों का कहना है कि ऐसी आस्था ही इंसान को सच्ची खुशी और शांति देती है। बाबा श्याम के भक्त अपनी भक्ति को किसी दिखावे के लिए नहीं बल्कि सच्चे प्रेम और समर्पण से निभाते हैं।
निष्कर्ष
बाबा श्याम की महिमा दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। चाहे वह राजस्थान का खाटू श्याम मंदिर हो या हरियाणा का हांसी, भक्तों की आस्था हर जगह देखने को मिलती है।
हांसी को ‘मिनी खाटू नगरी’ का नाम मिलना कोई संयोग नहीं है। यहां बाबा श्याम के प्रति जो श्रद्धा और प्रेम है, वह हर किसी को आध्यात्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है।