Sunday, April 20, 2025

Hisar Airport Update: हिसार के आसमान में गूंजे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान: तीन दिन तक चलेगा ट्रायल

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Hisar Airport Update,Hisar. On Tuesday, the sky of Hisar echoed with the thunder of fighter planes of the Indian Air Force. The sound of these planes was heard throughout the city for about 15 minutes, which increased the excitement and curiosity among the people. These ships of the Indian Air Force inspected Hisar and then returned.

हिसार: मंगलवार को हिसार का आसमान भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमानों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। लगभग 15 मिनट तक पूरे शहर में इन विमानों की आवाज सुनाई दी, जिससे लोगों में रोमांच और जिज्ञासा बढ़ गई। भारतीय वायुसेना के इन जहाजों ने हिसार का निरीक्षण किया और फिर वापस लौट गए।

क्या है वायुसेना का यह ट्रायल?

हिसार हवाई अड्डे की 10,000 फीट लंबी हवाई पट्टी का तीन दिन तक परीक्षण किया जाएगा। इस ट्रायल का मुख्य उद्देश्य यह देखना है कि यह पट्टी वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ के लिए कितनी उपयुक्त है। भारतीय वायुसेना भविष्य में इसे इमरजेंसी लैंडिंग और अन्य आवश्यक रक्षा उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल कर सकती है।

वायुसेना के लिए क्यों खास है हिसार हवाई अड्डा?

हिसार हवाई अड्डा रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसे 7200 एकड़ में विकसित किया जा रहा है और इसमें 10,000 फीट लंबी हवाई पट्टी तैयार की गई है। यह पट्टी भविष्य में भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए एक वैकल्पिक लैंडिंग स्थल बन सकती है।

यदि यह ट्रायल सफल रहता है, तो हिसार हवाई अड्डे को रक्षा और नागरिक दोनों उद्देश्यों के लिए विकसित किया जा सकता है। यह पश्चिमी और उत्तरी भारत के महत्वपूर्ण हवाई मार्गों में शामिल हो सकता है।

सिरसा से आए लड़ाकू विमान

सूत्रों के अनुसार, सिरसा एयरबेस से दो-तीन लड़ाकू विमान हिसार पहुंचे और पूरे इलाके का निरीक्षण करने के बाद वापस लौट गए। इस दौरान वायुसेना के अधिकारियों ने हवाई अड्डे के विभिन्न पहलुओं की जांच की। इन विमानों की तेज आवाज ने पूरे शहर का ध्यान अपनी ओर खींचा और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया।

Hisar Airport Update: हिसार के आसमान में गूंजे भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान: तीन दिन तक चलेगा ट्रायल

हिसार हवाई अड्डे की मौजूदा स्थिति

हिसार हवाई अड्डा अभी पूरी तरह से चालू नहीं हुआ है। इसे संचालित करने के लिए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से लाइसेंस प्राप्त करना आवश्यक है, जो अभी लंबित है। हालांकि, इस हवाई अड्डे को विकसित करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है और उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इसे पूरी तरह से चालू कर दिया जाएगा।

स्थानीय लोगों में उत्साह और उम्मीदें

भारतीय वायुसेना के ट्रायल को लेकर हिसार के लोगों में जबरदस्त उत्साह है। हवाई अड्डे के आसपास रहने वाले लोगों ने विमानों की आवाज सुनते ही आसमान की ओर देखा और उनमें से कई लोगों ने अपने मोबाइल से वीडियो और तस्वीरें भी लीं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि अगर हिसार हवाई अड्डा पूरी तरह से विकसित हो जाता है, तो यह शहर की आर्थिक और सामरिक स्थिति को मजबूत करेगा।

भविष्य की संभावनाएं

अगर यह ट्रायल सफल होता है, तो भारतीय वायुसेना इस हवाई अड्डे का उपयोग अपने अभियानों और आपातकालीन स्थितियों में कर सकती है। इसके अलावा, भविष्य में नागरिक उड्डयन सेवाएं शुरू होने की संभावना भी है, जिससे हिसार और आसपास के इलाकों को काफी लाभ मिलेगा। व्यापार, उद्योग और पर्यटन को भी इससे बढ़ावा मिलेगा।

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निष्कर्ष

भारतीय वायुसेना के इस ट्रायल ने हिसार के लोगों में एक नई ऊर्जा भर दी है। आने वाले दिनों में अगर हिसार हवाई अड्डे को DGCA से लाइसेंस मिल जाता है, तो यह क्षेत्र के विकास में एक बड़ा कदम साबित होगा। फिलहाल, सभी की नजरें बुधवार को होने वाले ट्रायल पर टिकी हैं, जिसमें लड़ाकू विमान पहली बार हिसार की धरती पर उतर सकते हैं। यह ट्रायल न सिर्फ हिसार बल्कि पूरे हरियाणा और उत्तर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण साबित हो सकता है।

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