Hisar Local News: सिरसा हाईवे पर रामधन फॉर्म के पास शनिवार को एक गंभीर घटना सामने आई, जहां Forest Department Hisar के कर्मचारियों पर हमला हुआ। यह घटना उस समय हुई, जब वन रक्षक और एक कर्मचारी ने हरे पेड़ों की अवैध कटाई को रोकने का प्रयास किया। इस घटना में वन रक्षक रोशन और कर्मचारी धर्मपाल गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सदर थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की जांच जारी है। पुलिस ने बताया कि हमला करने वालों की संख्या 10 से 12 के बीच थी।
घटना का पूरा विवरण
शनिवार दोपहर करीब 2 बजे रामधन फॉर्म के पास वन विभाग के कर्मचारी अपनी ड्यूटी पर थे। उन्होंने देखा कि कुछ युवक हरे पेड़ों की अवैध कटाई कर रहे हैं। सरकारी संपत्ति की सुरक्षा के लिए उन्होंने युवकों को रोकने की कोशिश की और समझाने का प्रयास किया।
लेकिन, युवकों का रवैया आक्रामक हो गया। उन्होंने डंडों से कर्मचारियों पर हमला कर दिया। इस अचानक हमले से वन रक्षक रोशन और कर्मचारी धर्मपाल बुरी तरह घायल हो गए।
घायल कर्मचारियों ने अस्पताल में बताया कि हमला करने वाले 10-12 लोग थे। वे सब डंडों और अन्य हथियारों से लैस थे। घटना इतनी तेजी से हुई कि उन्हें बचने का मौका ही नहीं मिला।
नागरिक अस्पताल में भर्ती
घटना के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत घायल कर्मचारियों को नागरिक अस्पताल पहुंचाया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि दोनों कर्मचारियों को सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई हैं। उनकी स्थिति फिलहाल स्थिर है, लेकिन उन्हें पूरी तरह ठीक होने में समय लगेगा।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
सदर थाना पुलिस को घटना की जानकारी मिलने पर तुरंत कार्रवाई शुरू की गई। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर सबूत इकट्ठा किए और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ की।
सीसीटीवी फुटेज और जांच प्रक्रिया
पुलिस ने बताया कि वे आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रहे हैं, ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। प्राथमिक जांच में पता चला है कि हमलावर संभवतः स्थानीय निवासी हो सकते हैं। पुलिस ने यह भी कहा कि जल्दी ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन विभाग ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि यह हमला सिर्फ सरकारी कर्मचारियों पर नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों पर हमला है। उन्होंने पुलिस से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
वन विभाग ने यह भी कहा कि ऐसी घटनाओं से कर्मचारियों का मनोबल गिर सकता है। विभाग ने सरकार से अनुरोध किया है कि वे कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय करें।
हरियाणा में हरे पेड़ों की कटाई पर प्रतिबंध
हरियाणा सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के तहत हरे पेड़ों की कटाई पर सख्त नियम लागू किए हैं। इसके बावजूद, अवैध कटाई की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। यह घटना इस बात को साबित करती है कि पर्यावरण संरक्षण के लिए बनाए गए नियमों का कुछ लोग खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
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स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद इलाके में गुस्सा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग के कर्मचारियों पर इस तरह का हमला बेहद निंदनीय है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर सख्त सजा दी जाए।
सरकार और पुलिस से उम्मीदें
यह घटना केवल सरकारी कर्मचारियों की सुरक्षा का सवाल नहीं है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाए जा रहे कदमों पर भी सवाल खड़े करती है। सरकार और पुलिस को मिलकर ऐसे कदम उठाने चाहिए, जिससे न केवल दोषियों को सजा मिले, बल्कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
यह घटना पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों और वन विभाग के कर्मचारियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती है। ऐसे समय में जब पर्यावरण संकट बढ़ रहा है, हरे पेड़ों की रक्षा करना हम सबकी जिम्मेदारी है। इस घटना ने यह भी दिखाया कि अवैध कटाई को रोकने वाले कर्मचारियों को सुरक्षित माहौल देना कितना जरूरी है।